NOT KNOWN FACTUAL STATEMENTS ABOUT हिंदी कहानी सुनाओ

Not known Factual Statements About हिंदी कहानी सुनाओ

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हिंदी कहानियां लिखी हुई

भूमि ही क्या संसार के जितने भी पदार्थ हैं धन सम्पति हैं मकान आदि हैं, इनमें से कुछ भी तुम्हारा नही हैं.

दुर्गहिन् राजा और दंतहिन् राजा और मदहिन् हाथी की तरह कमजोर हो जाता हैं.

अभी या बाद में, आपको खुद से ही सबकुछ करना होगा। जब तक माता–पिता अत्यधिक सख्त होना बंद नहीं करते, तब तक कुछ भी अपने आप काम नहीं करेगा।

बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं

उसकी कद्र करे और अपने जीवन में उसका अमल करे.

उमा ने ध्यान दिया तो उस डाल पर एक सुंदर घास का घौसला बन रहा था. उसे बड़ी जिज्ञासा हुई तथा अपनी माँ से पूछने लगी, माँ यह चिड़िया पेड़ पर कितना सुंदर घौसला बना रही हैं जबकि हमारे घर में तो वह ऐसा नही बनाती हैं.

इस प्रकार ऊपर की सब बातचीत तथा भोजन करने में दो घंटे लग गये.

ऐसा करने से जो हो चुका हैं वह अपने आप ठीक नही होने वाला हैं.

आप उसकी मदद करों. उसकी परेशान मत करो सताओ मत , उन्हें लगा कि उसने माँ की बात न मानकर बहुत बड़ी भूल की हैं आगे से वह अपनी माँ की हर आज्ञा का पालन करेगी.

सब कुछ बदला बदला था. वह सोच रहे थे कि मैं रास्ता भूलकर पुनः द्वारका तो नहीं आ गया.

ये रचना कल्पनिक है इसका वासतविकता से कोई लेना नहीं है। इसका मुख्य उद्देश्य पाठकों का मनोरंजन करना है। इस कहानी के मुख्य किरदार है समर्थ और ईशाना, जो एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं, लेकिन उनकी ...

दोनों भाई बोले महाराज ! भूमि क्या कह रही हैं? महात्मा जी ने कहा- यह भूमि कहती हैं कि दोनों ही व्यर्थ ही मेरे ऊपर अधिकार जमाने के लिए झगड़ा कर रहे हैं.

वैसे तो उसको यह कीमत कुछ ज्यादा ही लगी, मगर अपने वतन की लाज रखने की खातिर उन्होंने वो एक सूत्र खरीद लिया.

राजा ने उस मंत्री को बुलाकर पूछा मंत्रीजी आपने बहुत समय पहले सेठजी के यहाँ क्या स्वप्न देखा था.

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